होम
जिंदगी है यहां
कबीरा खड़ा बाजार
भारत
बंद गलियां
Search
होम
जिंदगी है यहां
कबीरा खड़ा बाजार
भारत
बंद गलियां
Facebook
Flickr
Instagram
Pinterest
RSS
Twitter
होम
जिंदगी है यहां
कबीरा खड़ा बाजार
भारत
बंद गलियां
More
Search...
जिंदगी है यहां
Category
जिंदगी है यहां
दोपहर की तपती धूप और नंगे पांव दौड़ता वो शहर, कलकत्ता जेहन में यूं उतरता है
कमल किशोर जोशी। कोलकाता को आधुनिक भारत की सबसे पुरानी नगरी कहा जा सकता है. सड़कों पर आज भी बेखौफ दौड़ती पीले रंग की...
जिंदगी है यहां
शब्द राग – अमृता प्रीतम की वो कविता ‘मैं फिर मिलूंगी’
अमृता प्रीतम की कविता 'मैं तुम्हे फिर मिलूंगी' को सुनना अच्छा लगता है। इस तरह देखना और सुनना भी सुकून देगा। आप चाहें तो...
जिंदगी है यहां
हर लड़की में निहित अमृता को जगाना होगा….
सत्यदेव त्रिपाठी। रींवा जैसे अपेक्षाकृत कम विकसित शहर के निवासी योगेश त्रिपाठी लिखित नाटक ‘मुझे अमृता चाहिए’ को मुम्बई के नये रंगसमूह ‘कारवाँ’ ने...
जिंदगी है यहां
वो मां जो बच्चे को जिंदा रखने की खातिर उसे जी भर के सोने भी नहीं देती…
मैं और पूरा परिवार तो उस वक्त बेहद खुश था, जब यर्थाथ हमारी जिंदगी में आया. हमारी तो पूरी दुनिया ही उसके इर्द-गिर्द सिमट...
जिंदगी है यहां
साहित्य विशेष: नब्बे पार के नामवर सिंह और जनार्दन सिंह भी – शिष्ट बनाम लोक जन
var aax_size='728x90'; var aax_pubname = 'myagnivaartab-21'; var aax_src='302'; ...
जिंदगी है यहां
प्रकाश नामदेव ठाकरे : इतने हुए ‘मज़बूर’ कि ख़ुद्दार हो गए…
नाम है - प्रकाश नामदेव ठाकरे। महाराष्ट्र के इतने महान संत कवि नामदेव एवं इतने बडे नेता के (बाल) ठाकरे के नामों के साथ...
जिंदगी है यहां
पहाड़ की इन बेटियों की कहानी हमें ताकत देती है, पढ़ेंगे तो शायद कमजोरियां हारेंगी
उत्तराखंड के पहाड़ बदस्तूर जारी पलायन से वीरान होते जा रहे हैं, वहां न रोजी-रोटी का कोई संसाधन है, न शिक्षा और चिकित्सा की...
जिंदगी है यहां
ये भी दिलचस्प दौर है, बच्चे आएं पढ़ने तो स्कूल को रंगा ट्रेन जैसा
न जाने ये कौन सा दौर है जब स्कूलों की इमारतों को दिलचस्प बनाया जाता है। पढ़ाई है तो जरूरी लेकिन पढ़ने के लिए...
जिंदगी है यहां
कोख में बेटियों को मारने वाले मर्दों से बेहतर है बेटियों को पालने वाली ये किन्नर
उसे अपनी कोख से बेटियां पैदा करने का सुख तो नहीं मिला लेकिन बेटियों को पाल कर वो अपने मातृत्व का साया दो बेटियों...
जिंदगी है यहां
बैंक की नौकरी छोड़कर गरीब बच्चों को पढ़ा रहीं हैं तरुणा, आइए इस खुशी में हम भी शरीक हो जाएं
हमारा समाज असंख्य प्रेरक कहानियों से भरा पड़ा है। तरुणा को ही ले लीजिए। गाजियाबाद की तरुणा यूं तो बैंक में अच्छी खासी नौकरी...
1
2
Page 1 of 2
Must-read
कबीरा खड़ा बाजार
जोशीमठ के लोगों का डर भगाने का सरकारी फार्मूला सुना आपने? सेटेलाइट घुमाओ, तस्वीर हटाओ, मुंह बंद कराओ
क्या आपको पता है कि आपके बैंक खाते में 15 लाख रुपए आ गए हैं? जाइए और अभी चेक करिए... अपना बैंक स्टेटमेंट निकलवाइए... इस पैसे...
कबीरा खड़ा बाजार
त्रिवेंद्र का इस्तीफा रीजनल मीडिया के लिए एक सबक है, हम बीमार हो गए हैं…
उत्तराखंड में हुआ सियासी घटनाक्रम भारत की रीजनल मीडिया के लिए एक सबक है। उत्तराखंड में रीजनल मीडिया खासी सशक्त है और अपना प्रभाव...
बनारस
काशी रहस्य।। सुनो, मैं मणिकर्णिका हूं – भाग 3
मणिकर्णिका का तिलिस्म और कालरात्रि सुनो, मैं मणिकर्णिका हूं। कल मैंने बिस्सू भैय्या और दैय्या गुरू का किस्सा सुनाया था। यकीन मानों उसके बाद पूरी...