संपादक केबिन से बाहर बैठें तो !
मुझे नहीं पता कि संपादकों के केबिन में बैठने की परंपरा कब शुरू हुई लेकिन अगर यह परंपरा खत्म हो जाए तो अच्छा। केबिन में संपादक क्यों बैठते हैं इस…
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मुझे नहीं पता कि संपादकों के केबिन में बैठने की परंपरा कब शुरू हुई लेकिन अगर यह परंपरा खत्म हो जाए तो अच्छा। केबिन में संपादक क्यों बैठते हैं इस…
Dev anand sahab with Sadhna in ” ASLI NAQLI” Dev Anand sahab in a pensive mood during the filming of ” MAIN SOLAH BARAS KI” in Scotland Mr. Dev anand…
देव आनंद साहब के ऊपर फिल्माए गीतों को गुनगुनाकर एक अजीब सी ख़ुशी मिलती है. लगता है मानो जीवन का नया राग मिल गया. यूं दो देव साहब के ऊपर…
जीवन का सबसे बड़ा सच यही है कि मौत शाश्वत है। हम हमेशा इस सच से भागने की कोशिश भी करते हैं लेकिन कभी भाग नहीं पाते हैं। हिंदी फिल्मों…
जीवन का सबसे बड़ा सच यही है कि मौत शाश्वत है। हम हमेशा इस सच से भागने की कोशिश भी करते हैं लेकिन कभी भाग नहीं पाते हैं। हिंदी फिल्मों…
धीरे धीरे अब मौसम सर्द होने लगा है कमरे में आने वाली धूप अब अलसा गयी है गहरे रंग के कपड़ों से आलमारी भर गयी है ऊनी कपड़ों से आती…
दो-चार दिनों पहले धूप सर्द सी लगी थी पड़ोस की एक महिला ने भी बताया था कि सर्दी आ गयी है माँ अब व्यस्त है बक्से में रखे कम्बल, स्वेटर और मफलर निकालने में …
प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन मार्कण्डेय काटजू का भारतीय मीडिया के संबंध में दिया गया बयान आजकल चर्चा में है। हैरानी इस बात की है कि जो लोग काटूज…
पिछले दिनों कश्मीर के मुद्दे पर प्रशांत भूषण के बयान से अन्ना का किनारा कसना इस बात की ताकीद करता है कि अन्ना हजारे कश्मीर के बारे में उसी तरह…
दिल्ली में प्रशांत भूषण पर हुआ हमला निंदनीय है इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन हमले के पीछे की वजहों को भी तलाशना बेहद जरूरी है। आखिर क्या वजह…