You the Indian dog

You the Indian dog, मेरे लिए यही संबोधन था उस व्यक्ति का फेसबुक पर कश्मीर पर चर्चा के दौरान. मई हैरान था, जहाँ तक मुझे पता था, ये कहने वाला…

पाकिस्तान जिंदाबाद

आपको ये शीर्षक कुछ अजीब लग सकता है. आखिर लगे भी क्यों ना, साल में महज दो बार आपको याद आता है कि आज आप स्वतंत्र हैं, आज़ाद मुल्क में…

गुरु, ई मीडिया वाले त…….

गुरु ई मीडिया वाले त पगला गैयल हववन….धोनिया के बिआयेह का समाचार कल रतिए से पेलले हववन और सबेरे तक वही दिखावत हववन…जब तक एकरे एक दू ठे बच्चा ना…

क्योंकि ख़्वाब देखने का कोई वक़्त नहीं होता…..

क्या सपने देखने के लिए भी कोई वक़्त तय किया जा सकता है….सोचता हूँ लोग क्यों कहते हैं कि ये दिन में सपने देखता है? क्या सपने महज रातों में…

गाँधी को समझे अरुंधती…………..

क्या आपको याद है कि वर्ष २००४ में सिडनी शांति पुरस्कार किसे मिला था? नहीं याद है तो हम याद दिला देते हैं ..ये पुरस्कार मिला था अरुंधती रॉय को….कितनी…

बंधे धागे खोल दो….

ना जाने किस पीर की दरगाह परकुछ कच्चे धागे बांध आया था मैंकिस वाली के दरबार मेंहथेलियाँ जोड़मन्नत मांगी थी मैंनेगुलाबों की चादर से आती खुशबूऔरजलती अगरबत्तियों के धुएं के…

बंधे धागे खोल दो….

ना जाने किस पीर की दरगाह परकुछ कच्चे धागे बांध आया था मैंकिस वाली के दरबार मेंहथेलियाँ जोड़मन्नत मांगी थी मैंनेगुलाबों की चादर से आती खुशबूऔरजलती अगरबत्तियों के धुएं के…

शुक्र है! ये कौम मुर्दा नहीं….

देश में लोकतंत्र बेहद मजबूत हो गया है लेकिन लोगों की बातें इस तंत्र में नहीं सुनी जाती….लोग बोलते बोलते थक चुके हैं और अब तो मुर्दई ख़ामोशी ओढ़ कर…

शुक्र है! ये कौम मुर्दा नहीं….

देश में लोकतंत्र बेहद मजबूत हो गया है लेकिन लोगों की बातें इस तंत्र में नहीं सुनी जाती….लोग बोलते बोलते थक चुके हैं और अब तो मुर्दई ख़ामोशी ओढ़ कर…

सर, कोई जुगाड़ है ?

देश में मानसून का इंतज़ार हो रहा है..सब कह रहें हैं की मानसून इस बार अच्छा आएगा, सब इसलिए कह रहें हैं क्योंकि मौसम विभाग कह रहा है… वैसे मौसम…