Trending News:उत्तराखंड के सूचना आयुक्त योगेश भट्ट से मुलाकात। क्या RTI पहले से कमजोर हो गया है ?हैड़ाखान बाबा: हिमालय के वो आदि योगी जो स्वयं शिवत्व को प्राप्त थेभारत में पत्रकारों की स्थिति बेहद खराब, धरना, प्रदर्शन, प्रेस रिलीज छापिए, जिंदगी बची रहेगी।सोमनाथ मंदिर क्यों नहीं गए थे नेहरू? पढ़िए यहां पूरी जानकारी और खुद तय कीजिएराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण कांग्रेस ने क्यों ठुकराया, रणनीति या भूल?भारत के खिलाफ बोलना मालदीव को पड़ने लगा है भारीबिना प्रोटोकॉल के जलती चिताएं और प्रोटोकॉल निभाने की सीख देता देश का चौकीदारकाशी के बारे में भ्रांतियों से बचिएDantewada’s Tribal Women Will Now Be E-Rickshaw Drivers! Know MoreChennai to Get its First Special Park For Disabled ChildrenVARANASI – CITY OF MOKSHAयहां फुटपाथ वाले बच्चे निकालते हैं अखबार, रिपोर्टर भी खुद और संपादक भीसामने आए निखिल दधीच, ट्वीटर पर हंगामे के बाद अब डरे सहमे हैं फिर भी माफी नहीं मांगेंगेवो शहनाई का जादूगर था, इंसानी जज्बातों का रखवाला भी, वो बिस्मिल्ला थागौरी लंकेश ने मरने से पहले लिखा था ये लेख, ये उनके आखिरी शब्द हैंगौरी लंकेश को मार दिया गया, फिर बोधिसत्व की ये कविता क्या कह गईवो महिला जो तीन तलाक की जंग जीत चुकी थी लेकिन राजीव गांधी ने उसे संसद में हरा दिया थामाटुंगा की खुशी बांटी जाए, फिर खुशी बढ़ाने की सोची जाएहमारे ‘सोशल’ होने का साइड इफेक्ट है ‘ब्लू व्हेल’ का ‘आदमखोर’ होनाएक पंद्रह अगस्त यहां भी मना लेकिन झंडा नहीं फहरा, बस चली ताकि बच्चियां स्कूल ना छोड़ेंअगर ट्रैफिक वाला राष्ट्रपति का काफिला रोक दे तो क्या भारत बदल जाएगानहीं सुधर रहें हैं हालात, गंगा पर सिर्फ हो रही है राजनीतिरहें होंगे पत्रकार कभी नारद लेकिन अब शकुनि हो गए हैंभारतीय मीडिया के लिए ही नहीं, ये संकट लोकतंत्र की विश्वसनीयता का भी हैतीन हेलिकॉप्टरों के काफिले में चलते प्रधानमंत्री और ठेले पर लदी गर्भवती।ये सोनम तो बेवफा नहीं है, चाहे तो अपनी आंखों से देख लो।हम बुलेट ट्रेन में बैठकर पुखरायां से होकर गुजर जाएंगे, मरने वाले तो मर ही गए।उठती आवाजों से तसल्ली, वक्त बदलेगा जरूरमाफ करना बिटिया रानी, हमारे पास रॉकेट है लेकिन एंबुलेंस नहींभ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बैठा तो हंगामा, मैं किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामाबाप के कांधे पर बेटे की लाश और स्क्रैमजेट इंजन वाला प्रगतिशील भारतट्विटर, बीएमडब्लू और आठ लाख की साड़ियों के बीच दाना मांझी कहां रहा…तो साक्षी का पदक सिंधु के पदक से कीमती हैजो सीखा सत्तर सालों मेंमनमोहन ने केजरी दिया, मोदी, कन्हैया देंगे !केजरी बाबा का एसएमएस पैक खत्म हो गया क्या !जनता करेगी फाइव फिंगर टेस्ट, तब देखेंगे केजरी बाबू…कहानी मैगी से आगे भी है, जो अनसुनी हैगंगा के लिए अब कोई भगिरथ नहीं…देख दिनन के फेर…जो गांव के प्रधान लायक नहीं वो विधायक बन गए…लिख दिया पेशावरJaswant Singh on news india rajasthanआवाज उठेगी बरास्ता तुम्हारे‘मौसेरे भाई‘ सब साथ आएटुकड़ा टुकड़ा टूट रहा है मुलायम का सपनाटुकड़ा टुकड़ा टूट रहा है मुलायम का सपनाबुरके में फाइटर हीरोइनकेदारघाटी में अब उम्मीदें भी चीखने लगींपहले आपदा ने मारा, अब सिस्टम मार रहा।अनियोजित विकास की कीमत चुकाई हमनेकैसे होती है इंटरनेट जासूसीकैसे होती है इंटरनेट जासूसी100 Very Cool Facts About The Human Bodyजंग लडि़ए लेकिन अपने गुनहगारों को भी पहचानिएबदल गया है मुस्तकबिलआजम खां चले लेक्चर देनेजब नगरिया हो अंधेरी तो राजा हुआ न चौपटकिस आदमी की बात कर रहें हैं अरविंद ?किस आदमी की बात कर रहें हैं अरविंद ?एक बार याद उन्हें भी कर लिया होता।बोलिए बाबा राहुल की जयहिना रब्बानी खार, खैरियत मनाओ कि हिंदुस्तान में गांधी पैदा हुआ थादिन गलती गिनाने के नहीं पीएम साहब सबक सिखाने के हैंमाफ करना हेमराज इस देश के लोग तुम्हारे लिए इंडिया गेट पर नहीं आ सकते।चुनौतियों भरा एक सालसंतोष कभी मरते नहीं…संतोष कभी मरते नहीं…सुनो प्रदीप, अब तुम मार्क्स की सोच नहीं, पूंजीवाद के वाहक होहम नहीं हैं आदमी हम झुनझुने हैं.दिशाहीन होती जा रही है इलेक्ट्रानिक मीडियासंत तोड़े बाँध, सिस्टम तोड़े आस्थाउत्तराखंड की हिलती बुनियादमाँ, मजबूरी और मौतGanga Basin par baithak part-1फंस सकते हैं तरुन विजयफंस सकते हैं तरुण विजयफंस सकते हैं तरुण विजयबहुत कुछ बदल गया इस बीच…संपादक केबिन से बाहर बैठें तो !संपादक केबिन से बाहर बैठें तो !Some rare photos of Dev anandदेव साहब की यादों को संजोते हुएओह देवसाहब! आप लौट आइये।ओह देवसाहब! आप लौट आइये।टच वुडमाँ अब व्यस्त हैहंगामा है क्यों बरपाकश्मीर को ज्यादा ज़रुरत है अन्ना कीतन का बढ़ना ठीक, मन का बढ़ना नहीवो आवाज जो हर पल साथ रहती हैवो आवाज जो हर पल साथ रहती हैऐ समयऐ समयहम लाचार साबित हो जाएंगेअफ़सोस हम लाचार हैं, हम भारतीय जो हैंअफ़सोस हम लाचार हैं, हम भारतीय जो हैंरोजाना बुनता हूँ एक ख़्वाब नयाक्यों भाई बुखारी, खाते इसी देश का हो न!मैं अनशन पर नहीं बैठा तो देशद्रोही हूं, मुझे फांसी दे दो
Trending News:उत्तराखंड के सूचना आयुक्त योगेश भट्ट से मुलाकात। क्या RTI पहले से कमजोर हो गया है ?हैड़ाखान बाबा: हिमालय के वो आदि योगी जो स्वयं शिवत्व को प्राप्त थेभारत में पत्रकारों की स्थिति बेहद खराब, धरना, प्रदर्शन, प्रेस रिलीज छापिए, जिंदगी बची रहेगी।सोमनाथ मंदिर क्यों नहीं गए थे नेहरू? पढ़िए यहां पूरी जानकारी और खुद तय कीजिएराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण कांग्रेस ने क्यों ठुकराया, रणनीति या भूल?भारत के खिलाफ बोलना मालदीव को पड़ने लगा है भारीबिना प्रोटोकॉल के जलती चिताएं और प्रोटोकॉल निभाने की सीख देता देश का चौकीदारकाशी के बारे में भ्रांतियों से बचिएDantewada’s Tribal Women Will Now Be E-Rickshaw Drivers! Know MoreChennai to Get its First Special Park For Disabled ChildrenVARANASI – CITY OF MOKSHAयहां फुटपाथ वाले बच्चे निकालते हैं अखबार, रिपोर्टर भी खुद और संपादक भीसामने आए निखिल दधीच, ट्वीटर पर हंगामे के बाद अब डरे सहमे हैं फिर भी माफी नहीं मांगेंगेवो शहनाई का जादूगर था, इंसानी जज्बातों का रखवाला भी, वो बिस्मिल्ला थागौरी लंकेश ने मरने से पहले लिखा था ये लेख, ये उनके आखिरी शब्द हैंगौरी लंकेश को मार दिया गया, फिर बोधिसत्व की ये कविता क्या कह गईवो महिला जो तीन तलाक की जंग जीत चुकी थी लेकिन राजीव गांधी ने उसे संसद में हरा दिया थामाटुंगा की खुशी बांटी जाए, फिर खुशी बढ़ाने की सोची जाएहमारे ‘सोशल’ होने का साइड इफेक्ट है ‘ब्लू व्हेल’ का ‘आदमखोर’ होनाएक पंद्रह अगस्त यहां भी मना लेकिन झंडा नहीं फहरा, बस चली ताकि बच्चियां स्कूल ना छोड़ेंअगर ट्रैफिक वाला राष्ट्रपति का काफिला रोक दे तो क्या भारत बदल जाएगानहीं सुधर रहें हैं हालात, गंगा पर सिर्फ हो रही है राजनीतिरहें होंगे पत्रकार कभी नारद लेकिन अब शकुनि हो गए हैंभारतीय मीडिया के लिए ही नहीं, ये संकट लोकतंत्र की विश्वसनीयता का भी हैतीन हेलिकॉप्टरों के काफिले में चलते प्रधानमंत्री और ठेले पर लदी गर्भवती।ये सोनम तो बेवफा नहीं है, चाहे तो अपनी आंखों से देख लो।हम बुलेट ट्रेन में बैठकर पुखरायां से होकर गुजर जाएंगे, मरने वाले तो मर ही गए।उठती आवाजों से तसल्ली, वक्त बदलेगा जरूरमाफ करना बिटिया रानी, हमारे पास रॉकेट है लेकिन एंबुलेंस नहींभ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बैठा तो हंगामा, मैं किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामाबाप के कांधे पर बेटे की लाश और स्क्रैमजेट इंजन वाला प्रगतिशील भारतट्विटर, बीएमडब्लू और आठ लाख की साड़ियों के बीच दाना मांझी कहां रहा…तो साक्षी का पदक सिंधु के पदक से कीमती हैजो सीखा सत्तर सालों मेंमनमोहन ने केजरी दिया, मोदी, कन्हैया देंगे !केजरी बाबा का एसएमएस पैक खत्म हो गया क्या !जनता करेगी फाइव फिंगर टेस्ट, तब देखेंगे केजरी बाबू…कहानी मैगी से आगे भी है, जो अनसुनी हैगंगा के लिए अब कोई भगिरथ नहीं…देख दिनन के फेर…जो गांव के प्रधान लायक नहीं वो विधायक बन गए…लिख दिया पेशावरJaswant Singh on news india rajasthanआवाज उठेगी बरास्ता तुम्हारे‘मौसेरे भाई‘ सब साथ आएटुकड़ा टुकड़ा टूट रहा है मुलायम का सपनाटुकड़ा टुकड़ा टूट रहा है मुलायम का सपनाबुरके में फाइटर हीरोइनकेदारघाटी में अब उम्मीदें भी चीखने लगींपहले आपदा ने मारा, अब सिस्टम मार रहा।अनियोजित विकास की कीमत चुकाई हमनेकैसे होती है इंटरनेट जासूसीकैसे होती है इंटरनेट जासूसी100 Very Cool Facts About The Human Bodyजंग लडि़ए लेकिन अपने गुनहगारों को भी पहचानिएबदल गया है मुस्तकबिलआजम खां चले लेक्चर देनेजब नगरिया हो अंधेरी तो राजा हुआ न चौपटकिस आदमी की बात कर रहें हैं अरविंद ?किस आदमी की बात कर रहें हैं अरविंद ?एक बार याद उन्हें भी कर लिया होता।बोलिए बाबा राहुल की जयहिना रब्बानी खार, खैरियत मनाओ कि हिंदुस्तान में गांधी पैदा हुआ थादिन गलती गिनाने के नहीं पीएम साहब सबक सिखाने के हैंमाफ करना हेमराज इस देश के लोग तुम्हारे लिए इंडिया गेट पर नहीं आ सकते।चुनौतियों भरा एक सालसंतोष कभी मरते नहीं…संतोष कभी मरते नहीं…सुनो प्रदीप, अब तुम मार्क्स की सोच नहीं, पूंजीवाद के वाहक होहम नहीं हैं आदमी हम झुनझुने हैं.दिशाहीन होती जा रही है इलेक्ट्रानिक मीडियासंत तोड़े बाँध, सिस्टम तोड़े आस्थाउत्तराखंड की हिलती बुनियादमाँ, मजबूरी और मौतGanga Basin par baithak part-1फंस सकते हैं तरुन विजयफंस सकते हैं तरुण विजयफंस सकते हैं तरुण विजयबहुत कुछ बदल गया इस बीच…संपादक केबिन से बाहर बैठें तो !संपादक केबिन से बाहर बैठें तो !Some rare photos of Dev anandदेव साहब की यादों को संजोते हुएओह देवसाहब! आप लौट आइये।ओह देवसाहब! आप लौट आइये।टच वुडमाँ अब व्यस्त हैहंगामा है क्यों बरपाकश्मीर को ज्यादा ज़रुरत है अन्ना कीतन का बढ़ना ठीक, मन का बढ़ना नहीवो आवाज जो हर पल साथ रहती हैवो आवाज जो हर पल साथ रहती हैऐ समयऐ समयहम लाचार साबित हो जाएंगेअफ़सोस हम लाचार हैं, हम भारतीय जो हैंअफ़सोस हम लाचार हैं, हम भारतीय जो हैंरोजाना बुनता हूँ एक ख़्वाब नयाक्यों भाई बुखारी, खाते इसी देश का हो न!मैं अनशन पर नहीं बैठा तो देशद्रोही हूं, मुझे फांसी दे दो