हो सकता है कि आप सुहैब इलियासी का नाम भूल गए हों लेकिन दिल्ली की अदालतों में इस नाम की पुकार पिछले सत्रह सालों से लगती चली आ रही थी। वकील जिरह करते रहे और जज फैसले की जमीन तैयार करते। सत्रह सालों बाद सुहैब इलियासी के मासूम चेहरे को संभाले जिस्म में कातिल की रूह के बसने पर काली पट्टी आंखों पर बांधे इंसाफ की देवी ने मुहर लगा दी है। सुहैब इलियासी को अपनी पत्नी के कत्ल के इलजाम का दोषी पाया गया है। अदालत के कटघरे में खड़े सुहैब को अब अपनी उम्र कानून की कैद में ही बितानी होगी।
सुहैब इलियासी किसी समय इस देश में एक ऐसा चेहरा था जो ज़ुल्म के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करता था। सुहैब इलियासी ने इस देश 90 के दशक के आखिरी दौर में टीवी मीडिया में पर क्राइम का वो शो प्रस्तुत किया जिसे लोगों ने आज तक जेहन में रखा है। इंडियाज मोस्ट वांटेड के नाम से आने वाला ये शो अपने समय का सबसे अधिक चर्चित क्राइम शो था। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है इस शो के जरिए सुहैब ने कई बड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में समाज की मदद की थी। अपराधियों से सुहैब को इतना खतरा था कि उन्हें विशेष सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। सुहैब जब चलते थे तो उनके बारे में कम जानकारी रखने वाले लोग उन्हें किसी वीआईपी के तौर पर मान लेते थे।
सुहैब को कोर्ट ने अपनी पत्नी अंजू के कत्ल का अपराधी पाया है। ये भी दिलचस्प है कि अंजू और सुहैब ने प्रेम विवाह किया था। दीवानों से थे दोनों। कॉलेज में निगाहें लड़ीं और इश्क हो गया। बाद में दोनों ने लंदन में शादी कर ली। करीबी बताते हैं कि अंजू और सुहैब में शादी के शुरुआती दिनों से ही खटपट शुरु हो गई थी। अंजू ने सुहैब से तलाक लेने की कोशिश भी की। हालांकि सुहैब ने अंजू को हर बार मना लिया। अंजू कई बार भारत से विदेश में रहने वाले अपने परिचितों के घर भी गई लेकिन हर बार सुहैब उसे मना कर वापस ले आया। बाद में इन दोनों ने दिल्ली में एक आलीशान फ्लैट खरीदा। 11 जनवरी 2000 को उसी फ्लैट में अंजू खून से लहुलूहान पाई गई। उसे चाकू लगा था। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
किसी को इस बात का शक भी नहीं था कि टीवी के पर्दे पर गुनहगारों के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाला शख्स अपनी पत्नी के कत्ल का गुनाह कर सकता है। बाद में अंजू की बड़ी बहन ने सुहैब के खिलाफ मोर्चा खोला। अंजू की मां ने भी अपनी बेटी के कातिल को सजा दिलाने के लिए संघर्ष शुरु किया। आखिरकार कोर्ट ने 17 सालों की कानूनी प्रक्रिया के बाद सुहैब इलियासी को अपनी पत्नी अंजू के कत्ल का दोषी पाया है।