आह भारत से वाह भारत
बहुत कुछ लिखने की ज़रूरत नही है …भारत वाकई में एक ऐसा देश बनता जा रहा है जिसे पीछे मुड़कर शोक मनाने की आदत नही है…पुरी दुनिया तो आथिक मंदी से परेशान है और भारत अलमस्त है…एक सर्वे बताता है की भारत के लोग बहुत तेजी से आशावादी होते जा रहें….इस आशावादिता की दौड़ में भारत ने बड़ा मुकाम हासिक कर किया है….भारत के लोगों को उम्मीद है की अपना देश आर्थिक मंदी की चपेट से अगले एक साल में पूरी तरह बाहर हो जाएगा…अच्छा लगता है….ऐसे समाचार पढ़कर…पिछले साल का अंत बेहद दर्दनाक था…इस साल की शरुआत भी कम कष्टकारी नही थी …लेकिन अब लगता है सब ठीक हो जाएगा…जय हो भारत